जन सुराज पार्टी ने फाइनल किए सीतामढ़ी के चार प्रत्याशी, प्रशांत किशोर ने दी जनता को नई उम्मीद
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है और राज्य की राजनीति अब पूरे रंग में दिख रही है। इसी बीच प्रशांत किशोर की अगुवाई वाली जन सुराज पार्टी ने सोमवार को अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी की है। इस सूची में सीतामढ़ी जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए गए हैं।
जन सुराज पार्टी ने यह कदम उस समय उठाया है जब राज्यभर में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और प्रमुख दल अपने उम्मीदवारों की घोषणा में व्यस्त हैं। प्रशांत किशोर ने अपने बयान में कहा कि “जन सुराज जनता की राजनीति है, और हमारे प्रत्याशी जनता के बीच से आए हैं जो जनता की सेवा के लिए समर्पित हैं।”
सीतामढ़ी जिले से जन सुराज पार्टी के घोषित प्रत्याशी
पार्टी द्वारा जारी सूची के अनुसार, चार विधानसभा क्षेत्रों में निम्न प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है —
विधानसभा क्षेत्र | प्रत्याशी का नाम |
---|---|
रीगा | कृष्ण मोहन |
बथनाहा (एससी) | डॉ. नवल किशोर चौधरी |
बाजपट्टी | आजम हुसैन अनवर |
सीतामढ़ी | जियाउद्दीन खान |
इन प्रत्याशियों के चयन को लेकर पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक उम्मीदवार को क्षेत्रीय सामाजिक संतुलन, जनसंपर्क और संगठन की सक्रियता के आधार पर चुना गया है।
प्रशांत किशोर की रणनीति और जनता से जुड़ाव
प्रशांत किशोर, जो लंबे समय तक देश के कई प्रमुख नेताओं के राजनीतिक रणनीतिकार रहे हैं, अब अपनी पार्टी को मजबूत जनाधार में तब्दील करने के लिए सीधा जनता से संवाद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “हम किसी जाति या वर्ग की राजनीति नहीं करते, बल्कि जनता की भागीदारी से बिहार में नई व्यवस्था लाना चाहते हैं।”
जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर अभियान चला रहे हैं, और “जनता के सरकार में जनता की भागीदारी” के नारे के साथ लोगों से जुड़ रहे हैं।
सीतामढ़ी जिले में राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की उम्मीद
सीतामढ़ी, जो उत्तर बिहार का एक प्रमुख जिला है, हमेशा से राजनीतिक दृष्टि से सक्रिय रहा है। यहां के मतदाता विकास और शिक्षा जैसे मुद्दों पर सजग माने जाते हैं।
जन सुराज पार्टी के प्रवेश से पारंपरिक राजनीतिक दलों—राजद, जदयू और भाजपा—के बीच प्रतिस्पर्धा और तेज हो सकती है।
स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी यदि जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बना लेते हैं, तो यह चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले का रूप ले सकता है।
पार्टी संगठन और जनता के बीच संवाद अभियान
जन सुराज पार्टी की खासियत यह है कि यह परंपरागत राजनीतिक तरीके से अलग, जनता की भागीदारी पर आधारित आंदोलन से जन्मी है।
पार्टी के प्रदेश संयोजक ने कहा कि “हमारे उम्मीदवार आम जनता से जुड़े लोग हैं, जो राजनीति को सेवा का माध्यम मानते हैं।”
सीतामढ़ी जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पहले से ही जन संवाद, ग्राम सभाओं और लोक चौपालों के माध्यम से जनता से सीधे जुड़ने का अभियान शुरू कर दिया है।
आगामी चरणों में अन्य जिलों से भी होंगे नाम घोषित
जन सुराज पार्टी के सूत्रों ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में पार्टी बिहार के अन्य जिलों से भी प्रत्याशियों की घोषणा करेगी।
पार्टी इस बार 100 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि “यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, व्यवस्था परिवर्तन का चुनाव होगा।”
निष्कर्ष
जन सुराज पार्टी की यह नई सूची बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर रही है।
सीतामढ़ी जैसे संवेदनशील और राजनीतिक रूप से सक्रिय जिले में प्रशांत किशोर की रणनीति कितनी सफल होती है, यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन इतना तय है कि बिहार चुनाव 2025 में जन सुराज पार्टी को अब नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा।