शिक्षा में नई दिशा: सिवान में SHG प्रतिभा खोज प्रतियोगिता
सिवान के युवाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनमें छिपी प्रतिभाओं को पहचानने के उद्देश्य से सोसाइटी हेल्पर ग्रुप (SHG) ट्रस्ट, सिवान द्वारा शहर के चीजी हंगर रेस्टोरेंट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस अवसर पर संस्था ने जिले के छात्रों के लिए आयोजित होने वाली ऐतिहासिक “SHG प्रतिभा खोज प्रतियोगिता” की संपूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत की।
संस्था के संस्थापक सह अध्यक्ष अनमोल जी ने बताया कि इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चों तक हमारे महापुरुषों के जीवन, सिवान के इतिहास और शिक्षा के महत्व की जानकारी पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में कुल प्रश्नों का 50% भाग महापुरुषों की जीवनी पर आधारित होगा, जबकि शेष प्रश्न करेंट अफेयर्स, सामान्य विज्ञान, खेलकूद, संविधान और बिहार से संबंधित विषयों पर आधारित होंगे।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और पात्रता
संस्था के प्रवक्ता नीतीश कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता में रजिस्ट्रेशन पूरी तरह ऑफलाइन होगा। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 21 अक्टूबर से 25 नवंबर 2025 तक चलेगी। इस प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी भाग ले सकते हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन शुल्क ₹101 निर्धारित किया गया है।
कार्यकारी अध्यक्ष चंदन कुमार ने कहा कि परीक्षा 07 दिसंबर 2025 को ऑफलाइन मोड में OMR शीट पर आयोजित की जाएगी। परिणाम 12 जनवरी 2026 को गांधी मैदान या राजेंद्र स्टेडियम में घोषित किए जाएंगे।
पुरस्कार और प्रोत्साहन
प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रोत्साहनस्वरूप विभिन्न पुरस्कार दिए जाएंगे, जिनमें लैपटॉप, डेस्कटॉप, टैबलेट, साइकिल, स्टडी टेबल और स्टडी किट शामिल हैं। यह कदम न केवल छात्रों की प्रतिभा को पहचानने में मदद करेगा बल्कि उन्हें ज्ञान और आत्मविश्वास के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना भी प्रदान करेगा।
शिक्षकों और समाज की सराहना
शिक्षक शब्बीर आलम और दानिश अख्तर ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता सिवान के शिक्षा क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसी पहलें विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच, नेतृत्व क्षमता और जागरूकता विकसित करने में सहायक होती हैं।
शिक्षा और समाज में सकारात्मक प्रभाव
SHG प्रतिभा खोज प्रतियोगिता न केवल छात्रों के लिए बल्कि सिवान के समाज के लिए भी एक सकारात्मक परिवर्तन की शुरुआत मानी जा रही है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्र न केवल शैक्षिक ज्ञान प्राप्त करेंगे बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता भी बढ़ेगी।
संस्था का यह प्रयास स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि स्थानीय संस्थाओं की सक्रिय भूमिका से शिक्षा और युवाओं की प्रतिभा को निखारा जा सकता है। आगामी प्रतियोगिता निश्चित रूप से सिवान में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ेगी।