लाल किले के पास धमाका, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर
Delhi Blast News: नई दिल्ली। सोमवार शाम राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के निकट हुए एक शक्तिशाली धमाके ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। घटना लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास हुई, जहां एक खड़ी कार में धमाका हुआ। धमाके के बाद आसपास खड़ी तीन अन्य गाड़ियों में भी आग लग गई और कई दुकानों के शीशे चकनाचूर हो गए।
VIDEO | Blast at Delhi's Red Fort: An eye witness Irfan says, "There was a huge blast, we rushed, we could not move forward… There have been casualties."#Delhiblast #RedFort pic.twitter.com/c3zGAT7rYc
— Press Trust of India (@PTI_News) November 10, 2025
जांच में जुटी पुलिस और एनएसजी
धमाके की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच गए। इलाके को तुरंत घेराबंदी कर दिया गया और मेट्रो स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून-व्यवस्था) ने कहा कि, “हम हर कोण से जांच कर रहे हैं, फिलहाल किसी आतंकी गतिविधि से इनकार नहीं किया जा सकता।”

दमकल विभाग ने बताया कि उन्हें शाम करीब 6:45 बजे कार में धमाके और आग लगने की कॉल प्राप्त हुई। मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया गया है। फिलहाल किसी के हताहत होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
आसपास के इलाकों में फैली अफरा-तफरी
Delhi Blast News: धमाके की आवाज़ लाल किले के अलावा दरियागंज, चांदनी चौक और मेट्रो स्टेशन तक सुनी गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ सेकंड के लिए पूरा इलाका धुएं और धूल से भर गया। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि धमाके के बाद पुलिस ने सभी दुकानों को तुरंत बंद करा दिया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा।
संदेह आतंक की साजिश पर
दिल्ली में हाल ही में कई आतंकी मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क थीं। इस धमाके ने एक बार फिर सुरक्षा तंत्र की मजबूती पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते कुछ दिनों में फरीदाबाद और गाजियाबाद से कई संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई थी, जिनसे भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री (360 किलो से अधिक) बरामद हुई थी।

Delhi Blast News: दिल्ली में हुए प्रमुख धमाकों का इतिहास
राजधानी दिल्ली पहले भी कई बार आतंकियों के निशाने पर रही है।
-
25 मई 1996: लाजपत नगर में बम धमाका, 16 लोगों की मौत।
-
30 नवंबर 1997: रेड फोर्ट क्षेत्र में जुड़वां विस्फोट, 3 मृत, 70 घायल।
-
29 अक्टूबर 2005: दिवाली से पहले सरोजिनी नगर और पहाड़गंज में तीन धमाके, 60 से अधिक की मौत।
-
13 सितंबर 2008: करोल बाग, कनॉट प्लेस और ग्रेटर कैलाश में पाँच धमाके, 20 मृत, 90 घायल।
यह नया धमाका फिर से पुराने जख्मों को ताजा कर गया है।
फॉरेंसिक जांच और सीसीटीवी स्कैनिंग शुरू
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीमें कार के मलबे और आसपास के क्षेत्र से साक्ष्य जुटा रही हैं।
सीसीटीवी फुटेज की जांच में दो युवकों की संदिग्ध गतिविधियों का उल्लेख किया गया है। पुलिस ने आसपास के 3 किमी क्षेत्र में कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और मोबाइल नेटवर्क ट्रेसिंग शुरू कर दी है।
प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की
Delhi Blast News: दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से बचें और पुलिस की आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने पुष्टि की है कि लाल किला स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद किया गया है और ट्रेनें निकटवर्ती स्टेशनों से होकर गुजर रही हैं।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने ली रिपोर्ट
प्रधानमंत्री कार्यालय ने दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “जो भी इस घटना के पीछे है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। जांच एजेंसियां पूरी तत्परता से काम कर रही हैं।”
लाल किले के पास हुआ धमाका न केवल दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था की परीक्षा है बल्कि यह संकेत भी देता है कि आतंकी साजिशें अब भी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई हैं। फिलहाल पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और जांच एजेंसियां हर पहलू को खंगाल रही हैं।