Delhi Blast: सुरक्षा पर केंद्र सरकार की बड़ी बैठक
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली सोमवार की शाम एक बार फिर आतंक के साये में कांप उठी, जब लाल किले के पास हुए धमाके में 10 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक बुलाई है।
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में बैठक
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर आयोजित होगी, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल होंगे।
यह बैठक न केवल धमाके की जांच की दिशा तय करेगी बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के व्यापक परिप्रेक्ष्य में एजेंसियों की भूमिका पर भी विचार करेगी।
एजेंसियों की रिपोर्ट पर गहन चर्चा
बैठक में दिल्ली धमाके की जांच रिपोर्ट और प्रारंभिक सुरागों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने कई अहम साक्ष्य जुटाए हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में धमाके में प्रयुक्त विस्फोटक अत्याधुनिक और टाइम-डिवाइस नियंत्रित बताया गया है। इस कारण इसे आतंकी हमला माना जा रहा है।
पीएम मोदी का घायलों से मिलना
भूटान यात्रा से लौटते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायल नागरिकों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टर्स से हर संभव इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और सुरक्षा एजेंसियों को त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “भारत आतंक के सामने कभी नहीं झुकेगा। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
दिल्ली में सुरक्षा के नए इंतजाम
Delhi Blast: धमाके के बाद राजधानी में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। लाल किला क्षेत्र और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। मेट्रो, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा जांच को बढ़ा दिया गया है।
एनएसजी कमांडो और बम निरोधक दस्ते लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं।
राजनैतिक हलकों में हलचल
घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज है। विपक्ष ने सरकार से घटना की पारदर्शी जांच की मांग की है, जबकि केंद्र सरकार ने इसे “राष्ट्रीय सुरक्षा पर हमला” बताया है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
देशभर में अलर्ट जारी
दिल्ली धमाके के बाद देश के अन्य बड़े शहरों—मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद और बेंगलुरु में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है। रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है।
क्या है सीसीएस बैठक का महत्व
कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) देश की सर्वोच्च सुरक्षा नीति निर्धारक समिति है। यह बैठक तब बुलाई जाती है जब देश की आंतरिक या बाहरी सुरक्षा पर कोई बड़ा खतरा मंडराता है।
इस बैठक में न केवल घटना की जांच रिपोर्ट पर विचार होगा, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए नई रणनीतियों पर भी फैसला हो सकता है।
जांच की दिशा और संभावनाएँ
सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियां विदेशी कनेक्शन और आतंकी मॉड्यूल की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। दिल्ली पुलिस और एनआईए मिलकर इस मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश में हैं।
धमाके में उपयोग किए गए विस्फोटक की रासायनिक जांच रिपोर्ट अगले 24 घंटों में आने की संभावना है, जो जांच की दिशा तय कर सकती है।
दिल्ली का यह धमाका सिर्फ राजधानी नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए चेतावनी है। सरकार अब देश की सुरक्षा व्यवस्था में ठोस बदलाव करने की दिशा में बढ़ती दिख रही है। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में हो रही सीसीएस बैठक से उम्मीद है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति और अधिक कठोर और प्रभावी बनेगी।