भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने प्रवक्ताओं के चयन के लिए देशव्यापी नेशनल मीडिया टैलेंट हंट प्रोग्राम शुरू किया है और झारखंड में भी इस कार्यक्रम की शुरुआत जल्द ही होने जा रही है। शनिवार को रांची में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और एआईसीसी प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि यह पहल प्रतिभाशाली और वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध लोगों को सीधे संगठन से जोड़ने का माध्यम बनेगी।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान मीडिया टैलेंट हंट से जुड़े पोस्टर को भी लांच किया गया। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, सतीश पौल मुंजनी, लालकिशोर नाथ शाहदेव, सोनाल शांति, कमल ठाकुर और गजेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।
झारखंड को सात जोन में बांटा गया
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने जानकारी देते हुए बताया कि एआईसीसी द्वारा टैलेंट हंट के माध्यम से झारखंड में प्रदेश स्तरीय एवं क्षेत्रीय स्तर पर प्रवक्ताओं की नियुक्ति हेतु व्यवस्थित प्रक्रिया चलाई जाएगी। इस कार्यक्रम के लिए पूरे झारखंड को सात अलग-अलग जोन में विभाजित किया गया है।

पहले जोन में पलामू, दूसरे में कोल्हान क्षेत्र, तीसरे जोन में देवघर, दुमका और जामताड़ा, चौथे जोन में साहेबगंज, गोड्डा और पाकुड़, पांचवें जोन में रामगढ़, चतरा, कोडरमा और हजारीबाग, छठे जोन में बोकारो, धनबाद और गिरिडीह तथा सातवें जोन में दक्षिणी छोटानागपुर के जिले शामिल किए गए हैं। यह विभाजन क्षेत्रीय संतुलन और बेहतर प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखकर किया गया है।
चयन में इन गुणों पर होगा फोकस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि इस पूरी चयन प्रक्रिया में कांग्रेस के मूल्यों के प्रति निष्ठा और वैचारिक प्रतिबद्धता रखने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी। चयनित उम्मीदवारों में राजनीतिक जागरूकता, स्पष्ट सोच, त्वरित प्रतिक्रिया देने की क्षमता, शुद्ध भाषा और प्रभावी संचार कौशल जैसे गुण होने आवश्यक होंगे।
इसके अतिरिक्त इतिहास का समुचित ज्ञान, मीडिया में सहज उपस्थिति और मीडिया के माध्यम से जनता तक अपनी बातों को तथ्यों के साथ प्रभावी ढंग से रखने की योग्यता भी चयन के महत्वपूर्ण मानदंड होंगे। संगठन सृजन के तहत चल रहे कार्यक्रम के अंतर्गत इस सांगठनिक प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा।
प्रतिभाओं को सीधा मंच देने की पहल
एआईसीसी प्रवक्ता और उड़ीसा, बिहार, झारखंड तथा बंगाल यानी पूर्वी भारत के लिए नियुक्त प्रभारी अतुल लोंढे पाटिल ने कहा कि यह कार्यक्रम ऐसी प्रतिभाओं की खोज करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है जो अपने देश के संविधान, प्रस्तावना, संस्कृति और राजनीति की गहरी समझ रखते हों।
उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से कई ऐसे प्रतिभाशाली लोग हैं जो अपने विचारों को देश के साथ साझा करना चाहते हैं और उन्हें यह मंच प्रदान किया जा रहा है। इस पहल की खासियत यह है कि संगठन में आने का माध्यम कोई नेता नहीं होगा, बल्कि प्रतिभाशाली लोगों से सीधा संवाद करके उन्हें संगठन से जोड़ा जाएगा।
पारदर्शी होगी पूरी प्रक्रिया
अतुल लोंढे पाटिल ने बताया कि प्रतिभाओं की खोज के लिए पूरे देश को छह जोन में बांटा गया है और झारखंड पूर्वी भारत जोन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हम हर उस व्यक्ति से जुड़ने की कोशिश करेंगे जो कांग्रेस से जुड़ना चाहता है। पूरी प्रक्रिया पूर्णतया पारदर्शी होगी और इसमें एनजीओ, सिविल सोसाइटी और मीडिया जगत से जुड़े लोग भी शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं, पेशेवरों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को राजनीति में सक्रिय भागीदारी का अवसर प्रदान करेगी। संगठन को मजबूत करने और विचारधारा को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
लोकतंत्र पर खतरे की चेतावनी
संवाददाता सम्मेलन में अतुल लोंढे पाटिल ने केंद्र सरकार और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी तंत्र का इस्तेमाल करके मीडिया और विशेषकर सोशल मीडिया को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गठबंधन आज के समय में लोकतंत्र को बचाने का प्रयास करने वाले दलों की एकजुटता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावों में भाजपा साम, दाम, दंड और भेद सभी का इस्तेमाल करके गैर वैधानिक तरीके से चुनाव जीतने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर आज सवाल खड़े हो रहे हैं और लोकतांत्रिक संस्थाओं एवं प्रक्रियाओं को कमजोर किया जा रहा है। लोगों का भरोसा चुनाव की पारदर्शिता से उठने लगा है।
संगठन को मजबूत करने की दिशा में कदम
यह टैलेंट हंट कार्यक्रम कांग्रेस पार्टी द्वारा संगठन को मजबूत करने और युवा एवं प्रतिभाशाली चेहरों को आगे लाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से पार्टी का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को राजनीतिक मंच प्रदान करना और उनकी आवाज को सशक्त बनाना है।
झारखंड में जल्द ही शुरू होने वाली इस प्रक्रिया से राज्य स्तर पर कांग्रेस के संचार तंत्र को मजबूती मिलने की उम्मीद है। सभी सात जोन में योग्य उम्मीदवारों का चयन करके पार्टी अपने विचारों को अधिक प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचाने में सक्षम हो सकेगी।