जरूर पढ़ें

तेंदुए के हमले में दो बकरियों की मौत, कलमनूरी तहसील में फैली दहशत

Kalamnuri Leopard Attack: तेंदुए के हमले में दो बकरियों की मौत, ग्रामीणों में दहशत
Kalamnuri Leopard Attack: तेंदुए के हमले में दो बकरियों की मौत, ग्रामीणों में दहशत
हिंगोली जिले के कलमनूरी तहसील में पोतरा गांव के पास तेंदुए ने खेत में बंधी दो बकरियों पर हमला कर उन्हें मार डाला। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई। वन विभाग ने तेंदुए की तलाश शुरू की और ग्रामीणों को रात में अकेले खेतों में न जाने की हिदायत दी। आपात स्थिति में हेलो फॉरेस्ट 1926 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।
Updated:

तेंदुए के हमले से इलाके में मचा हड़कंप

महाराष्ट्र के हिंगोली जिले के कलमनूरी तालुका में एक बार फिर जंगली जानवर का आतंक देखने को मिला है। पोतरा गांव के पास तेलंगवाड़ी परिसर में 12 दिसंबर को एक भयावह घटना सामने आई जब एक तेंदुए ने खेत में बंधी दो बकरियों पर हमला कर उन्हें मार डाला। यह घटना पूरे इलाके के लिए चिंता का विषय बन गई है और ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग अब रात के समय घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके में तेंदुए की तलाश का अभियान शुरू कर दिया है।

घटना का विवरण और पीड़ित किसान

यह घटना पोतरा गांव के निकट तेलंगवाड़ी क्षेत्र में घटित हुई। किसान काशीराम मोदे ने अपनी दो बकरियों को खेत में बांध रखा था। रात के समय तेंदुए ने इन बेजुबान जानवरों पर हमला बोल दिया और उन्हें मार डाला। सुबह जब किसान खेत में पहुंचा तो यह दर्दनाक दृश्य देखकर वह स्तब्ध रह गया। इस घटना की खबर जंगल की आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई और लोगों में भय का माहौल बन गया। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में तेंदुए की मौजूदगी के संकेत मिल रहे थे लेकिन इतना बड़ा हमला किसी ने नहीं सोचा था।

वन विभाग की तत्काल कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग सक्रिय हो गया। वन रेंज अधिकारी मीनाक्षी पवार के नेतृत्व में एक विशेष टीम घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। टीम ने पूरे इलाके का निरीक्षण किया और घटना का पंचनामा दर्ज किया गया। पशु चिकित्सा अधिकारी ने मृत बकरियों का पोस्टमार्टम किया जिससे यह पुष्टि हो गई कि यह हमला तेंदुए द्वारा ही किया गया था। वन विभाग ने पीड़ित किसान काशीराम मोदे को तत्काल सरकारी आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वन अधिकारी स्तर पर इस मामले में तेजी से काम किया जा रहा है ताकि किसान को जल्द से जल्द मुआवजा मिल सके।

ग्रामीणों को दी गई सावधानी की हिदायत

वन रेंज अधिकारी मीनाक्षी पवार ने इस घटना के बाद क्षेत्र के सभी ग्रामीणों और किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने विशेष रूप से अपील की है कि रात के समय कोई भी व्यक्ति अकेले खेतों में न जाए। अगर खेत में जाना बेहद जरूरी हो तो समूह में ही जाएं और सावधानी बरतें। किसानों को हिदायत दी गई है कि वे अपने पशुओं को रात में खुले में न छोड़ें और उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखें। वन विभाग ने यह भी कहा है कि सभी नागरिक घर से बाहर गांव के अखाड़ों या खुले स्थानों पर सोने से बचें क्योंकि इससे खतरा बढ़ सकता है।

तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि

वन विभाग ने आधिकारिक रूप से पुष्टि की है कि पोतरा-तेलंगवाड़ी क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी है। विभाग ने इलाके में तेंदुए को खोजने और पकड़ने के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिया है। वन अधिकारियों की टीमें क्षेत्र में गश्त कर रही हैं और तेंदुए के ठिकाने का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। विभाग ने कैमरे लगाने और अन्य तकनीकी साधनों का इस्तेमाल करने की भी योजना बनाई है ताकि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। स्थानीय लोगों से भी सहयोग मांगा गया है और उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने के लिए कहा गया है।

अफवाहों से बचने की अपील

वन विभाग ने यह भी संज्ञान में लिया है कि कुछ लोग वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अफवाहें फैला रहे हैं। विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसी अफवाहों में न आएं और न ही घबराएं। अनावश्यक रूप से वीडियो बनाकर या गलत जानकारी साझा करके दूसरों को भयभीत करना गलत है। वन अधिकारियों ने कहा है कि वे स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण रखने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को सही जानकारी समय-समय पर दी जाएगी।

हेल्पलाइन नंबर की जानकारी

वन विभाग ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि अगर उन्हें कोई जंगली जानवर दिखे या किसी तरह की आपातकालीन स्थिति हो तो वे तुरंत हेलो फॉरेस्ट 1926 हेल्पलाइन पर संपर्क करें। यह हेल्पलाइन 24 घंटे सक्रिय रहती है और वन विभाग की टीम तुरंत मदद के लिए पहुंच जाती है। किसी भी तरह के वन अपराध, वन्यजीव संघर्ष या संरक्षण से जुड़ी समस्या की सूचना इस नंबर पर दी जा सकती है। विभाग ने नागरिकों से कहा है कि वे इस सेवा का भरपूर उपयोग करें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

इंसान और जंगली जानवरों का बढ़ता संघर्ष

यह घटना महाराष्ट्र में इंसान और जंगली जानवरों के बीच बढ़ते संघर्ष को दर्शाती है। जंगलों के सिकुड़ने और मानव बस्तियों के विस्तार के कारण जंगली जानवर अक्सर आबादी वाले इलाकों में आ जाते हैं। तेंदुआ एक चतुर और खतरनाक शिकारी है जो भोजन की तलाश में गांवों तक पहुंच जाता है। पशुपालकों के लिए यह बड़ी समस्या बन गई है क्योंकि उनके पशु आसानी से शिकार बन जाते हैं। सरकार और वन विभाग को इस समस्या के दीर्घकालिक समाधान पर काम करना होगा ताकि इंसान और जानवर दोनों सुरक्षित रह सकें।

सुरक्षा उपाय और सावधानियां

इस घटना के बाद यह जरूरी हो गया है कि सभी ग्रामीण सुरक्षा उपाय अपनाएं। पशुओं को रात में बंद स्थान पर रखें और खेतों में काम करते समय समूह में रहें। बच्चों को अकेले घर से बाहर न जाने दें और शाम के बाद सावधानी बरतें। अगर किसी को तेंदुआ दिखे तो उसे परेशान करने की कोशिश न करें बल्कि तुरंत वन विभाग को सूचित करें। सामूहिक जागरूकता और सावधानी ही इस समस्या का अस्थायी समाधान है।

कलमनूरी तहसील में तेंदुए के इस हमले ने एक बार फिर याद दिला दिया है कि प्रकृति और मनुष्य के बीच संतुलन कितना महत्वपूर्ण है। वन विभाग की सक्रियता सराहनीय है लेकिन ग्रामीणों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और सतर्क रहना होगा।

Rashtra Bharat
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा खेल, राजनीति, विश्व, मनोरंजन, धर्म और बिज़नेस की अपडेटेड हिंदी खबरें।

Asfi Shadab

एक लेखक, चिंतक और जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता, जो खेल, राजनीति और वित्त की जटिलता को समझते हुए उनके बीच के रिश्तों पर निरंतर शोध और विश्लेषण करते हैं। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को सरल, तर्कपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध।