Mumbai/Navi Mumbai: हाल ही में MSRDC (Maharashtra State Road Development Corporation) द्वारा चल रहे Grouting Work के दौरान एक घटना हुई जिसने सोशल मीडिया पर भ्रम और अफवाहों का माहौल बना दिया। कई लोगों ने इस घटना को लूटपाट और आपराधिक गतिविधियों से जोड़कर साझा किया। हालांकि, MSRDC Grouting Work Fact Check यह साफ करता है कि यह पूरी तरह से एक वाहन चालक की लापरवाही का नतीजा था।
कार्यस्थल पर बैरिकेडिंग और सुरक्षा
MSRDC का Grouting Work एक निर्धारित लेन में चल रहा था। कार्य के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उस लेन में Barricading की गई थी, जबकि बाकी दो लेन यातायात के लिए खुली थीं। इसके बावजूद, एक वाहन चालक ने लापरवाही दिखाते हुए बैरिकेड तोड़ दिया और उस लेन में घुस गया जहाँ काम जारी था।
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टायर पंचर और घटनाक्रम की सच्चाई
वाहन जैसे ही लोहे की रॉड्स पर चढ़ा, उसका टायर फट गया। इसके बाद कुछ और गाड़ियों के टायर भी पंचर हो गए। यह घटना लोगों में भ्रम पैदा कर गई और सोशल मीडिया पर गलत दावे फैलने लगे। कई संदेशों में इसे चोरी और Loot Incident बताया गया। लेकिन MSRDC Grouting Work Fact Check स्पष्ट करता है कि यह घटना अपराध से नहीं बल्कि चालक की गलती से जुड़ी थी।
सोशल मीडिया पर फैली अफवाहें
WhatsApp Groups और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर फैले संदेशों में कहा गया कि सड़क पर जानबूझकर लोहे की रॉड्स रखी गईं ताकि वाहन पंचर हों और यात्रियों को लूटा जा सके। प्रशासन और MSRDC Authorities ने इन अफवाहों का खंडन किया और स्पष्ट किया कि इसमें किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि शामिल नहीं थी।
प्रशासन का संदेश: Fact Check ज़रूरी
MSRDC ने नागरिकों से अपील की है कि Traffic Rules और सुरक्षा संकेतों का पालन करें। साथ ही, बिना पुष्टि के कोई भी खबर शेयर न करें। यह घटना इस बात का सबूत है कि Fact Check करना क्यों ज़रूरी है। गलत जानकारी लोगों में बेवजह डर फैलाती है और समाज में अव्यवस्था पैदा करती है।
निष्कर्ष
MSRDC Grouting Work Fact Check बताता है कि यह मामला केवल एक वाहन चालक की लापरवाही का परिणाम था। न तो इसमें चोरी हुई और न ही कोई लूटपाट। सही सूचना को साझा करना और अफवाहों से बचना ही जिम्मेदार नागरिकता का प्रतीक है।