रामगिरी में बढ़ी सुरक्षा: बच्चू कडू के आंदोलन के मद्देनज़र प्रशासन ने कसे पहरे
नागपुर में बच्चू कडू के आंदोलन के मद्देनज़र मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के शासकीय निवास रामगिरी की सुरक्षा में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। सोमवार की सुबह से ही प्रशासन पूरी तरह से सतर्क दिखाई दिया। हालांकि सुरक्षा पहले से ही कड़ी थी, लेकिन अब प्रशासन ने सभी संभावित रास्तों को पूरी तरह सील कर दिया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री निवास की ओर जाने वाले मार्गों पर पूर्ण नाकेबंदी
रामगिरी की ओर जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। पुलिस बल ने इलाके में वाहनों की आवाजाही रोक दी है। सामान्य नागरिकों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी गई है ताकि शहर का यातायात प्रभावित न हो।
शहर के ट्रैफिक विभाग ने कई प्रमुख चौक और मार्गों का पुनः नियोजन किया है। स्थानीय नागरिकों से भी प्रशासन ने संयम बरतने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।
गनिमी कावा” की चेतावनी के बाद बढ़ी सतर्कता
बच्चू कडू ने रविवार को ही यह चेतावनी दी थी कि यदि उनकी मांगे शाम 4 बजे तक पूरी नहीं की गईं, तो वे अपने समर्थकों के साथ “गनिमी कावा” की रणनीति अपनाकर रामगिरी में प्रवेश करने का प्रयास करेंगे।
“गनिमी कावा” का अर्थ होता है — छुपे तौर पर आंदोलनकारी रणनीति के तहत किसी स्थान में प्रवेश करना। इस घोषणा के बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र को उच्च सतर्कता जोन में तब्दील कर दिया है।
पुलिस बलों की व्यापक तैनाती और निगरानी
नागपुर पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत आने वाले सभी थानों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। SRPF (स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स) की टुकड़ियाँ भी मौके पर मौजूद हैं।
ड्रोन निगरानी की व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी अप्रत्याशित गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
सुरक्षा दलों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर निगाह रखने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन की अपील: शांतिपूर्ण संवाद ही समाधान
प्रशासन ने कहा है कि आंदोलन करना लोकतांत्रिक अधिकार है, परंतु कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की किसी को अनुमति नहीं दी जा सकती।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी मिली है कि सरकार बच्चू कडू की मांगों पर विचार कर रही है, लेकिन किसी भी दबाव में आकर निर्णय नहीं लिया जाएगा।
नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
शहर में शांति बनाए रखने के प्रयास
रामगिरी क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में पुलिस का गश्त बढ़ा दी गई है। कई स्थानों पर नाकेबंदी के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन सतर्कता के स्तर को अगले आदेश तक बनाए रखा जाएगा।
इस बीच, आंदोलनकारी संगठनों से बातचीत के प्रयास जारी हैं ताकि स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सके।
राजनीतिक माहौल में हलचल
बच्चू कडू के इस आंदोलन ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। विपक्ष ने इस मामले में सरकार को घेरते हुए कहा है कि यह प्रशासन की नीतियों की विफलता का परिणाम है।
वहीं, सरकार समर्थक दलों का कहना है कि विपक्ष इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह आंदोलन आने वाले महीनों में राज्य की राजनीति की दिशा प्रभावित कर सकता है।नागपुर में रामगिरी की सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व रूप से सुदृढ़ कर दी गई है। बच्चू कडू का आंदोलन भले ही लोकतांत्रिक दायरे में हो, लेकिन प्रशासन किसी भी संभावित अव्यवस्था से बचने के लिए पूरी तरह चौकन्ना है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, पर सभी की निगाहें आने वाले घंटों पर टिकी हैं।