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उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बाल-बाल बचे, दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर वाहन टकराया

Harish Rawat Accident
Harish Rawat Accident – उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री की गाड़ी दिल्ली-देहरादून मार्ग पर टकराई
अक्टूबर 18, 2025

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की गाड़ी दिल्ली-देहरादून मार्ग पर टकराई

मेरठ, संवाददाता। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत शनिवार शाम दिल्ली से देहरादून जा रहे थे, तभी मेरठ के एमआइईटी कालेज के पास उनके काफिले की एक गाड़ी एस्कार्ट वाहन से टकरा गई। हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री बाल-बाल बचे और उन्हें तुरंत दूसरी गाड़ी में बैठाकर देहरादून के लिए रवाना किया गया।

हादसे का समय और स्थिति

घटना शनिवार शाम को घटी। दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर ट्रैफिक की अधिकता के कारण हालात तनावपूर्ण थे। पुलिस एस्कार्ट की गाड़ी पहले से ही काफिले के आगे चल रही थी और हूटर बजा रही थी। इसी दौरान अचानक एस्कार्ट वाहन ने ब्रेक लगाए, जिससे हरीश रावत की गाड़ी उससे टकरा गई।

गाड़ी की क्षति और तत्काल कार्यवाई

टकराव के परिणामस्वरूप हरीश रावत की इनोवा गाड़ी का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस और सुरक्षा टीम ने तत्काल उन्हें गाड़ी से उतारकर काफिले की अन्य गाड़ी में बैठाया और देहरादून के लिए रवाना किया। वहीं, क्षतिग्रस्त वाहन को हाईवे किनारे खड़ा कर, परतापुर पुलिस की सहायता से टोयटा एजेंसी में पहुंचाया गया।

पुलिस और अधिकारियों की प्रतिक्रिया

एसपी यातायात राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें एस्कॉर्ट के साथ देहरादून भेजा गया है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने स्पष्ट किया कि एस्कॉर्ट गाड़ी के अचानक ब्रेक लगाने से टकराव हुआ, लेकिन किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं आई।

पूर्व मुख्यमंत्री की सेहत और हालात

हरीश रावत इस दुर्घटना में सुरक्षित रहने के कारण प्रसन्न हैं और उन्हें कोई चोट नहीं आई। उनके स्वास्थ्य की पुष्टि संबंधित अधिकारियों ने भी की है। यह दुर्घटना इस बात की याद दिलाती है कि राजमार्गों पर ट्रैफिक और एस्कॉर्ट संचालन के दौरान सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।

सुरक्षा मानक और भविष्य की आवश्यकताएँ

इस घटना के बाद यह स्पष्ट हुआ कि वरिष्ठ नेताओं के काफिले के संचालन में तकनीकी और मानवीय सावधानी दोनों अत्यावश्यक हैं। अधिकारियों का मानना है कि आगे से एस्कॉर्ट संचालन और ट्रैफिक नियंत्रण को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोगों ने भी सुरक्षा और ट्रैफिक के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता बताई। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पूर्व नेताओं के लिए सुरक्षा उपाय पर्याप्त हैं, लेकिन सामान्य जनता के लिए भी राजमार्ग पर सावधानी बरतना अनिवार्य है।

मेरठ में हुई यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की सुरक्षा के उपाय सफल रहे, लेकिन यह दर्शाता है कि बड़े राजमार्गों पर यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के बीच संतुलन अत्यंत महत्वपूर्ण है। अधिकारियों द्वारा समय पर की गई कार्यवाही और तत्काल प्रतिक्रिया से यह हादसा केवल एक मामूली घटना तक ही सीमित रह गया।

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