आज मौसम ने एक अजीब करवट ली जिसने न सिर्फ आम लोगों बल्कि प्रधानमंत्री के यात्रा कार्यक्रम को भी प्रभावित कर दिया। घने कोहरे ने प्रधानमंत्री के हेलिकॉप्टर को उतरने में बड़ी रुकावट पैदा की। मौसम विज्ञानी अन्वेषा भट्टाचार्य ने शाम को एक प्रेस मीट में इस असामान्य मौसम व्यवहार की विस्तृत जानकारी दी। उनके अनुसार, आज का दिन मौसम के लिहाज से काफी अलग और चुनौतीपूर्ण रहा।
अचानक तापमान में गिरावट का असर
मौसम विज्ञानी ने बताया कि कल दिन का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस था, लेकिन आज अचानक यह गिरकर 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया। मतलब सिर्फ 24 घंटे के अंदर दिन के तापमान में 5 डिग्री की भारी गिरावट देखी गई। यह तापमान में अचानक आया बदलाव मौसम के असामान्य व्यवहार को दर्शाता है। इतनी तेजी से तापमान का गिरना सामान्य नहीं माना जा रहा है।
इस अचानक गिरावट का सीधा असर हवा की गुणवत्ता और दृश्यता पर पड़ा। जब तापमान इतनी तेजी से गिरता है तो हवा में नमी जमा होने लगती है और कोहरे की मोटी परत बन जाती है। यही वजह है कि आज सुबह से लेकर देर तक कोहरे का असर बना रहा।
धूप निकलने में देरी से बढ़ी समस्या
सामान्य स्थिति में सर्दियों के मौसम में सुबह साढ़े नौ से दस बजे तक तेज धूप निकल आती है। लेकिन आज का दिन इस मामले में भी अलग रहा। मौसम विज्ञानी ने बताया कि आज लगभग सुबह 11 बजे तक धूप की तेजी नहीं बढ़ी। इसका मतलब यह हुआ कि सुबह का कोहरा निर्धारित समय से काफी देर तक बना रहा।
आमतौर पर सूरज की किरणें कोहरे को काटने का काम करती हैं। लेकिन जब धूप की तेजी ही नहीं बढ़ेगी तो कोहरा कैसे छंटेगा। यही वजह है कि आज दृश्यता पर सीधा असर पड़ा। प्रधानमंत्री के हेलिकॉप्टर को उतरने में दिक्कत इसी खराब दृश्यता की वजह से आई। हेलिकॉप्टर के लिए साफ दृश्यता बेहद जरूरी होती है, खासकर लैंडिंग के समय।
हवा की कमी ने कोहरे को जमाया
मौसम विज्ञानी ने एक और महत्वपूर्ण बात बताई कि आज दिन के तापमान में गिरावट के साथ-साथ पर्याप्त मजबूत हवाओं की भी कमी रही। जब हवा नहीं चलती तो कोहरा एक जगह जमा होकर गाढ़ा होता रहता है। हवा कोहरे को बिखेरने का काम करती है। लेकिन आज हवा की रफ्तार कम होने से कोहरा लंबे समय तक एक ही जगह जमा रहा।
यह स्थिति हवाई यातायात के लिए खासी खतरनाक मानी जाती है। जब कोहरा एक जगह गाढ़ा होकर बैठ जाता है तो विमानों और हेलिकॉप्टरों की उड़ान और लैंडिंग दोनों में खतरा बढ़ जाता है। यही कारण रहा कि आज प्रधानमंत्री के हेलिकॉप्टर को भी सावधानी बरतनी पड़ी।
कल फिर बढ़ेगा तापमान
मौसम विज्ञानी ने राहत भरी खबर देते हुए कहा कि कल फिर से दिन का तापमान बढ़ेगा। यह 23 से 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच जाएगा। इसका मतलब है कि कल का मौसम आज की तुलना में थोड़ा बेहतर रहेगा। तापमान बढ़ने से धूप की तेजी भी बढ़ेगी और कोहरा जल्दी छंटेगा।
हालांकि कल सुबह के समय कुछ इलाकों में घना कोहरा रहने की संभावना है। खासतौर पर उत्तरी बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर, पश्चिमी इलाकों में पश्चिम बर्धमान और पुरुलिया, तथा तटीय इलाकों के सभी जिलों में घने कोहरे की चादर छाई रहेगी।
दक्षिणी इलाकों में हल्का कोहरा
बाकी दक्षिणी बंगाल के इलाकों में सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा रहेगा। लेकिन अच्छी बात यह है कि कल सुबह करीब 9 बजे तक धूप की तेजी बढ़ने लगेगी। इसका मतलब है कि आज जैसी स्थिति कल दोबारा नहीं बनेगी। कल कोहरा जल्दी छंटेगा और दृश्यता में सुधार होगा।
यह मौसम के सामान्य होने का संकेत है। हालांकि सुबह के समय सावधानी जरूर बरतनी होगी, खासकर सड़क पर चलने वाले वाहनों को। कोहरे में गाड़ी चलाते समय धीमी रफ्तार और लाइट का इस्तेमाल बेहद जरूरी है।
ठंड की वापसी का इंतजार
मौसम विज्ञानी ने बताया कि दिन का तापमान कम होने के बावजूद रात का तापमान नहीं गिर रहा है। जब तक रात का तापमान नहीं गिरेगा तब तक ठंड का असली एहसास नहीं होगा। दुर्भाग्य से अगले 72 घंटों में रात के तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है।
मतलब अभी कुछ दिनों तक ठंड का मजा नहीं मिलेगा। लोगों को इंतजार करना होगा ठंड की असली दस्तक का। गर्म कपड़े अभी कुछ दिनों के लिए अलमारी में ही रहेंगे।
क्रिसमस से पहले गिरेगा तापमान
हालांकि मौसम विज्ञानी ने एक अच्छी खबर भी दी। उन्होंने बताया कि क्रिसमस से पहले फिर से रात का तापमान गिरना शुरू होगा। क्रिसमस के आसपास विभिन्न जिलों में रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट का अनुमान है।
यह ठंड के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। क्रिसमस के समय ठंड का मौसम त्योहार के मजे को दोगुना कर देता है। लोग गर्म कपड़ों में लिपटकर घूमना, गर्मागर्म खाना और सर्दियों की सुहानी रातों का आनंद ले सकेंगे।
मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और समय-समय पर अपडेट जारी कर रहा है। लोगों को सलाह दी जाती है कि मौसम की जानकारी लेते रहें और उसी हिसाब से अपनी दिनचर्या की योजना बनाएं।