SSC Exam 2025: पेपर लीक और हैकिंग पर बवाल, अभ्यर्थियों ने CBI जांच और सुप्रीम कोर्ट की दखल की माँग की

SSC Exam 2025 Protest: Students angry over hacking and paper leak, demand CBI investigation and Supreme Court intervention
SSC Exam 2025 Protest: Students angry over hacking and paper leak, demand CBI investigation and Supreme Court intervention (Photo: X)
सितम्बर 30, 2025

नई दिल्ली।
SSC Exam 2025 Protest: देश में सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले लाखों युवाओं के लिए स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की परीक्षाएँ सबसे बड़ा सहारा होती हैं। लेकिन इस बार SSC Combined Graduate Level (CGL) और Selection Post Phase-13 परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर पेपर लीक और हैकिंग की शिकायतों ने सिस्टम की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अभ्यर्थियों का गुस्सा फूटा

30 सितंबर 2025 को हजारों उम्मीदवारों ने न केवल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर बल्कि SSC कार्यालयों के बाहर भी प्रदर्शन किया। उनकी मुख्य मांग थी कि पूरे मामले की CBI जांच करवाई जाए और सुप्रीम कोर्ट सीधे दखल दे।

क्या हैं आरोप?

प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं:

  1. Remote Hacking: परीक्षा के दौरान कंप्यूटर सिस्टम में बाहरी हस्तक्षेप की संभावना रही। कई छात्रों ने दावा किया कि टेस्ट देते समय उनका सिस्टम अचानक बाहरी नियंत्रण में चला गया।

  2. Question Paper Repeat: Phase-13 और CGL की कई शिफ्ट्स में 93 सवाल लगभग एक जैसे पाए गए।

  3. Transparency Crisis: SSC की ओर से जारी answer keys और normalization प्रक्रिया पर भी छात्रों ने सवाल उठाए।

SSC की सफाई

SSC चेयरमैन एस. गोपालकृष्णन ने प्रेस नोट में कहा कि “तकनीकी समस्याओं को समय रहते हल किया गया है और प्रभावित छात्रों के लिए re-exam कराया जाएगा।”
हालांकि उन्होंने यह भी माना कि कुछ शिफ्ट्स में सवालों की पुनरावृत्ति हुई थी, लेकिन इसके लिए advisory और corrective measures अपनाए गए हैं।

छात्रों का आरोप – आधा-अधूरा समाधान

छात्र संगठनों का कहना है कि SSC की कार्रवाई आधा-अधूरा समाधान है।

  • Re-exam केवल चुनिंदा छात्रों के लिए कराना न्यायसंगत नहीं है।

  • Transparency की कमी से भरोसा टूट रहा है।

  • SSC ने normalization और answer key verification पर साफ जवाब नहीं दिया।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड

प्रदर्शन के दौरान #SSCScam, #SSCLeaks और #JusticeForAspirants जैसे हैशटैग X पर ट्रेंड करने लगे। हज़ारों छात्रों ने स्क्रीनशॉट्स, अनुभव और तकनीकी गड़बड़ियों की डिटेल्स साझा कीं।

सुप्रीम कोर्ट और CBI की मांग

छात्रों ने अपनी मांगें साफ तौर पर रखीं:

  1. पूरे मामले की CBI जांच हो।

  2. सुप्रीम कोर्ट इसमें स्वयं संज्ञान ले।

  3. SSC परीक्षाओं को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए सख्त प्रोटोकॉल लागू हो।

यह पहला मौका नहीं

SSC परीक्षाओं में विवाद नया नहीं है। 2017 और 2018 में भी पेपर लीक और गड़बड़ी के आरोप लगे थे, तब भी बड़े पैमाने पर विरोध हुआ था। लेकिन इस बार तकनीकी remote hacking का मुद्दा और गंभीर है, क्योंकि इससे डिजिटल परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता ही खतरे में पड़ सकती है।

युवाओं का भविष्य दांव पर

SSC परीक्षाओं के जरिए हर साल लाखों पदों पर भर्ती होती है।

  • CGL और Phase Exams लाखों युवाओं का सपना होते हैं।

  • तकनीकी खामियों और पेपर लीक की वजह से परीक्षाओं की साख कमजोर पड़ रही है।

  • छात्रों का कहना है कि “जब मेहनत के बाद भी सिस्टम फेल हो रहा है, तो भरोसा कैसे किया जाए?”

राजनीतिक प्रतिक्रिया की आहट

हालांकि अभी तक मुख्य राजनीतिक दलों की बड़ी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन यह मुद्दा चुनावी साल में विपक्ष के लिए बड़ा हथियार बन सकता है।

आगे क्या?

माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा संसद और अदालत तक पहुँच सकता है।

  • SSC की ओर से Re-exam Notifications अगले हफ्ते तक आने की संभावना है।

  • लेकिन छात्रों का कहना है कि “जब तक जांच CBI को नहीं सौंपी जाती, विरोध जारी रहेगा।”


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Aryan Ambastha

Writer & Thinker | Finance & Emerging Tech Enthusiast | Politics & News Analyst | Content Creator. Nalanda University Graduate with a passion for exploring the intersections of technology, finance, Politics and society. | Email: aryan.ambastha@rashtrabharat.com