छपरा में Shankaracharya ने लॉन्च किया Gau Raksha Sankalp Yatra, सभी सीटों पर गौ भक्त उम्मीदवारों का ऐलान
गौ माता की सुरक्षा में मोदी सरकार पर सवाल
छपरा। जगद्गुरु Shankaracharya Swami Avimukteshwaranand Saraswati ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सनातन धर्म की रक्षा तभी संभव है जब Gau Mata का संरक्षण सुनिश्चित किया जाए। स्वामी जी ने सभी लोगों से अपील की कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में केवल उन्हीं प्रत्याशियों को वोट दें, जो Gau Raksha के प्रति स्पष्ट और दृढ़ संकल्पित हों।
Gau Raksha Sankalp Yatra का ऐलान
छपरा में आयोजित सभा में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले कई सालों से वे राष्ट्रीय पार्टियों से आग्रह कर रहे हैं कि Gau Mata को Rashtriya Mata घोषित करने के लिए संसद में अपना पक्ष रखें, लेकिन अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने इस मुद्दे पर ठोस कदम नहीं उठाया। इसी कारण उन्होंने Bihar Assembly Elections 2025 में अपने समर्थक Gau Bhakt Candidates को उतारने का निर्णय लिया। यही अवसर उन्होंने Gau Raksha Sankalp Yatra की शुरुआत के लिए चुना।
प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला
स्वामी जी ने कहा, “हमने देखा कि प्रधानमंत्री Modi Ji से बहुत उम्मीदें थीं। सत्ता में आने के बाद ऐसा लगा था कि भारत में गौ हत्या पूरी तरह से बंद हो जाएगी। लेकिन यह उम्मीद अधूरी रही। अगर सरकार चाहती तो बूचड़खाने लंबे समय से बंद हो सकते थे, लेकिन हुआ इसके विपरीत। प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में भारी अंतर दिखाई देता है।”
सनातनी हिंदुओं को चेतावनी
स्वामी जी ने स्पष्ट किया कि सनातनी हिंदू Gau Raksha के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार butcher houses को जल्द बंद नहीं करती, तो सनातनी हिंदू स्वयं इन्हें बंद करने के लिए बाध्य होंगे। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि “I Love Mohammad” जैसे नारे केवल ध्यान भटकाने के लिए हैं और इनका किसी वास्तविक मुद्दे से कोई संबंध नहीं है।
सभी सीटों पर गौ भक्त उम्मीदवार
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने घोषणा की कि उनके समर्थक सभी विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे और नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रत्याशियों की सूची formally announce की जाएगी। छपरा के इस कार्यक्रम का माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रहा।
राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के धार्मिक और राजनीतिक हस्तक्षेप से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में Gau Raksha मुद्दा और भी गर्माता दिखाई देगा। स्वामी जी का यह कदम न केवल सनातन धर्म के अनुयायियों को जागरूक करने वाला है, बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है कि religion-based leadership और community sentiments अब नजरअंदाज नहीं किए जा सकते।
भविष्य की रणनीति और प्रभाव
यह पहली बार नहीं है कि धर्मगुरु राजनीतिक मुद्दों पर सीधे तौर पर अपनी राय रख रहे हैं। पिछले वर्षों में भी कई अवसरों पर धार्मिक नेता सामाजिक और राजनीतिक सवालों पर अपनी आवाज़ उठा चुके हैं। इस बार बिहार में सभी सीटों पर Gau Bhakt Candidates के मैदान में उतरने का ऐलान Gau Raksha Sankalp Yatra को एक व्यापक राजनीतिक और सामाजिक आंदोलन बना देगा।
लोकप्रियता और चुनावी प्रभाव
छपरा में मौजूद लोगों का कहना है कि स्वामी जी की यह पहल ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में काफी चर्चा का विषय बनेगी। गौ माता और सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए यह चुनावी रणनीति Bihar Assembly Elections 2025 में बड़ा बदलाव ला सकती है।
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा Sports, Politics, धर्म और Crime की अपडेटेड हिंदी खबरें।