Om Prakash Yadav BJP Ticket की दावेदारी से सिवान और Darauha का चुनावी समीकरण बदल सकता है
चुनावी मौसम का ताप बढ़ता जा रहा है और राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार पहले से कहीं ज्यादा गर्म है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र अब हर सीट पर उम्मीदवारों की दावेदारी और पार्टी रणनीतियों को लेकर रणनीतिक चर्चाएँ तेज़ हो गई हैं। ऐसे में Om Prakash Yadav BJP Ticket की दावेदारी चर्चा का प्रमुख विषय बनी हुई है।
सिवान सीट की प्रमुख दावेदारी
सिवान के पूर्व सांसद और भाजपा के कद्दावर नेता Om Prakash Yadav ने स्पष्ट किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी दावेदारी सिवान सीट पर BJP Ticket के लिए मजबूत है। उनके अनुसार, या तो उन्हें Ticket मिले या उनके पुत्र को, लेकिन यह टिकट परिवार से ही जाना चाहिए। उनके राजनीतिक जीवन और पार्टी के प्रति योगदान को देखते हुए यह मांग काफी हद तक जायज़ मानी जा रही है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले पार्टी के निर्देश पर कई बार सिवान संसदीय सीट से चुनाव में दूरी बनाई और भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन किया। इसका उद्देश्य पार्टी संगठन को मजबूती देना था। ऐसे में इस बार उनकी दावेदारी न केवल मजबूत है, बल्कि उनके समर्थकों की उम्मीद भी यही है कि पार्टी उनके पुराने योगदान को ध्यान में रखे।
सियासी समीकरण पर असर
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि भाजपा ने इस बार Om Prakash Yadav BJP Ticket की दावेदारी को अनदेखा किया, तो इसका सीधा असर न केवल सिवान बल्कि Darauha Assembly की सीट पर भी पड़ सकता है। इसका खामियाजा पूरे NDA Alliance को भुगतना पड़ सकता है।
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Nityanand Rai से महत्वपूर्ण मुलाक़ात
पूर्व सांसद ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं बिहार भाजपा के लोकप्रिय चेहरे Nityanand Rai से हाजीपुर स्थित उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाक़ात में सिवान संसदीय क्षेत्र की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति, सामाजिक समीकरण और विधानसभा चुनाव 2025 की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
भविष्य की रणनीति पर सस्पेंस
राजनीतिक हलकों में इसे काफी अहम माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि Om Prakash Yadav BJP Ticket की दावेदारी पर विचार नहीं होने पर सिवान और दरौड़ा की सीटों का पूरा समीकरण बदल सकता है। यही कारण है कि इस मुलाक़ात के बाद राजनीतिक विश्लेषक भविष्यवाणी कर रहे हैं कि आगामी चुनाव में इन दोनों सीटों पर मुकाबला बेहद रोचक और अप्रत्याशित हो सकता है।
सावधानी बरतने की आवश्यकता
विशेषज्ञों का कहना है कि सिवान और दरौधा विधानसभा के सामाजिक और जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए BJP Leadership को निर्णय लेने में काफी सावधानी बरतनी होगी। ओम प्रकाश यादव की दावेदारी का हल्का भी अनदेखा होना पार्टी के लिए राजनीतिक नुकसान साबित हो सकता है।
इस बीच, स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भी सस्पेंस की स्थिति बनी हुई है। कई नेताओं का मानना है कि यदि Om Prakash Yadav BJP Ticket की मांग पूरी नहीं हुई, तो यह एनडीए के लिए सीट हारने का कारण बन सकती है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता इस पर विचार कर रहे हैं कि कैसे सभी हितधारकों को संतुष्ट किया जाए और चुनावी रणनीति को मजबूती दी जाए।
सिवान और दरौधा विधानसभा में इस तरह की राजनीतिक हलचल न केवल बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को रोमांचक बनाएगी, बल्कि पूरे राज्य की राजनीतिक तस्वीर को भी प्रभावित करेगी। ऐसे में Om Prakash Yadav और BJP के बीच होने वाली यह बातचीत आगामी चुनाव के नतीजों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।
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