ओवैसी ने बिहार चुनाव पर दी प्रतिक्रिया
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एआईएमआईएम ने कुल पांच सीटें जीतकर राज्य की राजनीति में अपनी पहचान मजबूत की। ओवैसी ने कहा कि वे बिहार की जनता का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उनकी पार्टी को वोट दिया। उन्होंने कहा, “मैं उन सभी उम्मीदवारों और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने इस सफलता के लिए अथक परिश्रम किया। हम सीमांचल के विकास और कल्याण के लिए काम करेंगे।”
अखिलेश यादव पर निशाना
ओवैसी ने महागठबंधन नेता अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें अपनी हार का ठीकरा ईवीएम और एसआईआर पर फोड़ने के बजाय अपनी रणनीति और कमजोरियों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर आप वाकई में सुधार करना चाहते हैं तो ईवीएम और एसआईआर पर बकवास बातें छोड़िए। जनता का जनादेश स्वीकार करना ही असली जिम्मेदारी है।”
बिहार की जनता और लोकतंत्र की महत्ता
ओवैसी ने बिहार की जनता की भूमिका को भी महत्व दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव में जनता का निर्णय सर्वोच्च होता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एआईएमआईएम बिहार में निष्पक्ष और जवाबदेह राजनीति के लिए काम करेगी। “हम चाहते हैं कि सीमांचल क्षेत्र में विकास और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हो,” उन्होंने कहा।
सियासी संदेश और भविष्य की रणनीति
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि राजनीतिक दलों को अपनी हार के लिए बाहरी कारणों पर दोषारोपण नहीं करना चाहिए। उन्होंने अखिलेश यादव से पूछा कि यदि वे सच में कुछ सुधार चाहते हैं तो उन्हें अपनी गलतियों को समझना होगा और रणनीति में बदलाव करना होगा। ओवैसी ने कहा, “जो पुराना नजरिया है कि नेता राजा है और जनता सिर्फ वोट देने आती है, वह अब खत्म हो चुका है।”
एनडीए की जीत और विपक्ष की चुनौती
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की विजय ने यह स्पष्ट कर दिया कि जनता ने राज्य में विकास और स्थिरता को महत्व दिया। ओवैसी ने कहा कि विपक्ष को यह समझना होगा कि केवल चुनाव में हार के लिए बाहरी कारण खोजना पर्याप्त नहीं है। उन्हें वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देना होगा और जनता की अपेक्षाओं के अनुसार कार्य करना होगा।
सीमांचल के विकास पर जोर
ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र के विकास को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए काम करेगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि बिहार में एआईएमआईएम का लक्ष्य केवल राजनीति करना नहीं, बल्कि जनता की भलाई के लिए वास्तविक कदम उठाना है।
ओवैसी की टिप्पणी ने स्पष्ट किया कि बिहार में राजनीतिक दलों के बीच अब केवल आरोप-प्रत्यारोप का दौर नहीं चलेगा। जनता की अपेक्षाओं और उनके अधिकारों की रक्षा अब प्रमुख मुद्दा बन चुकी है।