मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अखिलेश का कटाक्ष
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिहार विधान सभा चुनाव में भाजपा के स्टार प्रचारक बनाए गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ स्टार प्रचारक नहीं हैं, बल्कि स्टार विभाजक हैं। अखिलेश ने बिना किसी नाम का उल्लेख किए कहा कि बिहार की जनता उन लोगों को कभी स्वीकार नहीं करेगी, जो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं।
शनिवार को पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता के दौरान अखिलेश यादव से सवाल किया गया कि भाजपा ने बिहार चुनाव में स्टार प्रचारक के रूप में किन नेताओं को भेजा है। इस पर उन्होंने योगी आदित्यनाथ की नफरत भरी राजनीति की ओर इशारा किया। सपा प्रमुख ने कहा कि ‘फूट डालो और राज करो’ जैसी नीति केवल विपक्ष पर आरोप लगाने वालों द्वारा अपनाई जाती है, जबकि वास्तविकता में वही लोग इसे अपना रहे हैं।
बिजली संकट और जनता की पीड़ा
अखिलेश ने बिहार और अन्य राज्यों में व्याप्त बिजली संकट को लेकर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जनता को केवल घोषणाओं और वादों से संतोष नहीं मिलेगा। जब बिजली निर्माण ही नहीं हो पा रही है, तो इसका निजीकरण भी समाधान नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने बिजली बर्बाद कर दी है और आम लोगों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने में असफल रही है।
सफाई और स्मार्ट सिटी का छलावा
सपा अध्यक्ष ने लखनऊ शहर में सफाई व्यवस्था और स्मार्ट सिटी योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ है और जिस संस्था ने लखनऊ को सफाई में अव्वल बताया था, उस पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। स्मार्ट सिटी के नाम पर करोड़ों रुपये का बजट भ्रष्टाचार में खर्च हो गया है। ट्रैफिक और नाले जैसी बुनियादी समस्याओं को भी सरकार हल नहीं कर पा रही है।
भेदभाव के खिलाफ सपा का संघर्ष
अखिलेश ने कहा कि समाज में भेदभाव एक गंभीर समस्या है, और उन्हें इसके खिलाफ लड़ाई लड़ने में गर्व है। उन्होंने याद दिलाया कि अपने छात्र जीवन में दक्षिण भारत में पढ़ते समय उन्हें हिंदी में हस्ताक्षर करने पर पाबंदी का सामना करना पड़ा। सपा समाज के हर वर्ग के लिए समान अवसर और न्याय सुनिश्चित करने की लड़ाई लड़ रही है।
बुल और बुलडोजर के खिलाफ स्पष्ट संदेश
सपा प्रमुख ने बुल और बुलडोजर के प्रयोग की भी आलोचना की और कहा कि अब इसका समय समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि जब सपा सरकार बनेगी, तो दीपोत्सव में एक करोड़ दीयों का आयोजन होगा और कुंभकार समाज के हित में विशेष कार्य किए जाएंगे।
अवैध निर्माण और जमीनों की लूट पर आरोप
अखिलेश ने भाजपा नेताओं पर जमीनों की अवैध लूट और निर्माण कार्यों में अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार केवल दिखावे और नकारात्मक राजनीति में लगी हुई है, जबकि जनता की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
अखिलेश यादव का यह हमला स्पष्ट रूप से यह संदेश देता है कि आगामी बिहार चुनाव में सपा केवल विकास और समानता की राजनीति करेगी, जबकि भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाएगी। उनके विचारों से यह भी जाहिर होता है कि सपा चुनावी रणनीति में सांप्रदायिक विभाजन और नकारात्मक प्रचार के खिलाफ केंद्रित रहेगी।