नीतीश नेतृत्व वाली नई सरकार के शपथ ग्रहण पर छत्तीसगढ़ से बधाइयों की बौछार
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेतृत्व में बिहार में बनी नई सरकार को लेकर देशभर में राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ नीतीश कुमार ने ली और उनके साथ उपमुख्यमंत्री के रूप में सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा ने पदभार ग्रहण किया। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव ने बधाई भेजते हुए बिहार की नई सरकार के भविष्य को लेकर विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और नीतीश कुमार के अनुभव से बिहार में विकास की नई रफ्तार देखने को मिलेगी।
बिहार के विकास को नई दिशा देगा एनडीए
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी शुभकामनाएँ
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने संदेश में कहा कि दुनिया को लोकतंत्र की शिक्षा देने वाले बिहार में जनता ने सुशासन और विकास के पक्ष में जो विश्वास जताया है, वह महत्वपूर्ण संकेत है। उन्होंने उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार निरंतर प्रगति की राह पर आगे बढ़ेगा। साय ने विश्वास जताया कि नई सरकार जनसेवा को नई ऊंचाइयाँ प्रदान करेगी और राज्य को विकास के नए मॉडल के रूप में स्थापित करेगी।
साय ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ से आने वाले भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन को कैबिनेट मंत्री पद की पुनः शपथ पर शुभकामनाएँ दीं। उनका कहना था कि नितिन नवीन की जनसेवा और अनुभव से बिहार के विकास को नई ऊर्जा मिलेगी और जनता को नए अवसरों के साथ बेहतर प्रशासन का लाभ मिलेगा।बिहार में नयी सरकार के गठन के बाद राजनीतिक विश्लेषक यह उम्मीद कर रहे हैं कि अब राज्य में बड़े स्तर पर प्रशासनिक सुधार को गति मिलेगी। एनडीए नेतृत्व वाली सरकार से विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में त्वरित निर्णय लेने की मांग की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार को निवेश के अनुकूल माहौल बनाने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं की जरूरत है, जिन्हें धरातल पर उतारने के लिए सशक्त नेतृत्व आवश्यक है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने जताया भरोसा
छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष किरण देव ने भी बिहार में बनी सरकार पर भरोसा जताते हुए कहा कि जनता ने इस बार एनडीए को बड़ी जीत देकर जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने यह दावा किया कि बिहार की नई सरकार जनाकांक्षाओं को पूरा करेगी और जनता के हित में निर्णायक फैसले लेगी।
देव ने नितिन नवीन की लोकप्रियता, संगठन कौशल और जनसेवा को बिहार में पुनः मंत्री पद मिलने का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि जनता ने सुशासन, विकास और सौहार्द्र की भावना के साथ डबल इंजन सरकार पर भरोसा जताया है और यह नई सरकार उस विश्वास को कायम रखेगी।बिहार के युवाओं ने इस सरकार से रोजगार और कौशल विकास के नए अवसरों की अपेक्षा की है। राज्यभर में शिक्षा व्यवस्था और औद्योगिक निवेश को जोड़कर रोजगार सृजन करने की दिशा में कदम उठाने की मांग हो रही है। विश्लेषकों का मानना है कि यदि सरकार युवाओं के लिए स्थायी करियर विकल्प उपलब्ध करा सके तो राज्य के पलायन की समस्या कम हो सकती है और स्थानीय स्तर पर रोजगार का बड़ा तंत्र खड़ा हो सकता है।
भाजपा संगठन में उत्साह
शपथ ग्रहण के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं, सांसदों, विधायकों और विभिन्न मोर्चा-प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों में उत्साह देखा गया। कई नेताओं ने संदेश भेजकर बिहार की सरकार को बधाई दी। पार्टी संगठन का मानना है कि बिहार में एनडीए की वापसी से आने वाले समय में विकास की नई योजनाएँ मूर्त रूप लेंगी और जनता को व्यापक लाभ मिलेगा।नयी सरकार को लेकर यह चर्चा भी तेज है कि केंद्र सरकार की योजनाएँ अब बिहार में और अधिक तेजी से लागू होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का सीधा लाभ राज्य को मिले, इसके लिए आगामी बजट में विशेष प्रावधान किए जाने की संभावना जताई जा रही है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि डबल इंजन सरकार के मॉडल से बुनियादी ढांचा, सड़क निर्माण, कृषि सहायता एवं उद्योग प्रोत्साहन योजनाएँ अगले कुछ वर्षों में व्यापक परिणाम दे सकती हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञ यह उम्मीद जता रहे हैं कि बिहार में नई सरकार स्थिरता और विकास के रास्ते को मजबूत करेगी और लोककल्याणकारी योजनाओं को बड़े पैमाने पर लागू करते हुए जनभावनाओं पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।
बिहार में राजनीतिक समीकरण मजबूत
बिहार की राजनीति लंबे समय से व्यक्तित्व और गठबंधन के बीच संतुलन पर आधारित रही है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से गठित सरकार का संदेश साफ है कि जनता विकास की निरंतरता चाहती है। छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से इस तरह की बधाई संदेश और समर्थन इस तथ्य को प्रबल बनाते हैं कि एनडीए सरकार राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत राजनीतिक तानेबाने के रूप में उभर रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि नई सरकार गरीबों, किसानों, युवाओं और श्रमिक वर्ग के लिए नीतियों को नए सिरे से आगे बढ़ाएगी ताकि आने वाले विधानसभा कार्यकाल में अधिक प्रभावशाली प्रशासन और सुशासन का उदाहरण स्थापित किया जा सके।