डिजिटल डेस्क, पटना।
Bihar Final Voter List 2025, Chirag Paswan: बिहार में विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही सियासी हलचल तेज़ हो गई है। इसी बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को राज्य की अंतिम मतदाता सूची (Final Voter List) प्रकाशित करने की प्रक्रिया शुरू की। जैसे ही यह सूची सामने आई, राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई हैं। कोई आयोग की मेहनत की तारीफ कर रहा है तो कोई इस सूची पर सवाल उठा रहा है।
चिराग पासवान का बयान – “चुनाव आयोग जिम्मेदार”
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि अंतिम मतदाता सूची पर अगर कोई विवाद या गड़बड़ी सामने आती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होगी। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा,
“उम्मीद थी कि रिपोर्ट आएगी और अब देखना यह है कि विपक्ष इस पर कितनी राजनीति कर सकता है। अगर कुछ अच्छा होता है या कोई शिकायत है तो इसके लिए पूरी तरह से चुनाव आयोग जिम्मेदार होगा।”
उन्होंने साथ ही तेजस्वी यादव के हालिया बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। चिराग ने कहा,
“मैंने कभी किसी बिहारी को श्रेणी में नहीं बांटा है। मेरे लिए सभी बिहार के लोग बराबर हैं। विपक्ष इसे वोट बैंक की राजनीति बनाने की कोशिश कर रहा है।”
रवि शंकर प्रसाद का सवाल – “सूची में मृतक और घुसपैठिए क्यों?”
पटना साहिब से भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने मतदाता सूची पर सवाल उठाते हुए विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया के बाद भी कई नामों पर सवाल बने हुए हैं।
“क्या मृतक लोग, दो जगहों पर वोटर बने लोग और घुसपैठिए नागरिक सूची में शामिल होने चाहिए? ये गंभीर सवाल हैं और विपक्ष को इसका जवाब देना चाहिए।”
रवि शंकर प्रसाद ने आगे कहा कि विपक्ष सिर्फ हार की निराशा में इस मुद्दे को उछाल रहा है, जबकि असलियत यह है कि चुनाव आयोग ने पारदर्शिता से काम किया है।
Bihar Final Voter List 2025: प्रवीण खंडेलवाल ने किया आयोग का बचाव
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने चुनाव आयोग की मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा,
“चुनाव आयोग ने SIR रिपोर्ट पर काफी मेहनत की है। जिन लोगों का नाम हटाया गया है, वे वैसे लोग हैं जो वोटर बनने के पात्र ही नहीं थे। चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष होगा।”
खंडेलवाल ने दावा किया कि बिहार में आगामी चुनाव शांतिपूर्ण और पारदर्शी माहौल में होंगे और मतदाता निश्चिंत होकर मतदान कर सकेंगे।
विपक्ष भी एक्टिव – तेजस्वी यादव की विचारधारा पर टिप्पणी
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की रिपोर्ट को लेकर पहले ही सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि मतदाता सूची में कई गड़बड़ियां हैं और यह आम मतदाता के अधिकारों के साथ खिलवाड़ है। इस पर चिराग पासवान ने उनकी विचारधारा को “वोट बैंक की राजनीति” करार दिया।
राजनीतिक तापमान बढ़ा
बिहार की राजनीति में चुनाव आयोग की अंतिम मतदाता सूची एक बड़ा मुद्दा बन गई है।
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NDA गठबंधन (BJP-JDU-LJP) लगातार दावा कर रहा है कि चुनाव आयोग ने निष्पक्ष काम किया है।
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वहीं RJD और विपक्षी दल इस सूची में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए इसे चुनावी रणनीति से जोड़ रहे हैं।
क्यों अहम है Final Voter List?
बिहार में हर विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रहती है। इस बार प्रकाशित होने वाली सूची में:
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नए वोटरों को जोड़ा गया है।
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मृतक और पात्रता खो चुके वोटरों के नाम हटाए गए हैं।
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डुप्लीकेट वोटरों की पहचान की गई है।
नतीजा – सियासत गरमाई
अंतिम मतदाता सूची जारी होने से पहले ही बिहार में सियासी बयानबाज़ी ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। अब देखना होगा कि आयोग की इस कार्रवाई पर जनता का भरोसा किस हद तक बनता है और आने वाले दिनों में दल किस तरह से इसे चुनावी मुद्दा बनाते हैं।