नागपुर।
Constable Sharda Bribery Case: महाराष्ट्र के नागपुर ज़िले में भ्रष्टाचार का एक और बड़ा मामला सामने आया है। हुड़केश्वर पुलिस थाने में पदस्थ एक प्रोबेशनरी PSI आकाश साकोरे और महिला हेड कांस्टेबल शारदा भेरे को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने 8,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। यह रिश्वत एक दुर्घटना मामले से जुड़े बीमा दस्तावेज़ उपलब्ध कराने के एवज में मांगी गई थी।
कैसे हुआ Constable Sharda Bribery Case का पर्दाफाश
सूत्रों के मुताबिक, शिकायतकर्ता एक 29 वर्षीय युवक है, जिसका सड़क दुर्घटना से जुड़ा मामला हुड़केश्वर थाने में दर्ज था। बीमा क्लेम के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ हासिल करने वह थाना गया था। तभी PSI आकाश साकोरे और महिला कांस्टेबल शारदा ने उससे दस्तावेज़ देने के बदले 8,000 रुपये की रिश्वत की मांग की।
वेब स्टोरी:
Constable Sharda Bribery Case: युवक ने सीधे पैसे देने के बजाय ACB से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद नागपुर एसीबी ने एक trap operation की योजना बनाई। बुधवार को जब शिकायतकर्ता निर्धारित जगह पर पैसे देने पहुँचा, तभी ACB की टीम ने PSI आकाश साकोरे और कांस्टेबल शारदा को 8,000 रुपये की नकद रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ दबोच लिया।
Constable Sharda Bribery Case: रिश्वत की रकम का बंटवारा
जांच अधिकारियों के अनुसार, दोनों पुलिसकर्मियों ने रिश्वत की रकम को आपस में बांटने का तय किया था। इसमें से 6,000 रुपये PSI साकोरे को और 2,000 रुपये महिला कांस्टेबल शारदा को मिलने थे। ACB ने दोनों को वहीं गिरफ्तार कर लिया और रकम बरामद कर ली।
मामला दर्ज और आगे की जांच
दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। नागपुर एसीबी की टीम फिलहाल दोनों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस विभाग पर उठ रहे सवाल
Constable Sharda Bribery Case: इस घटना ने एक बार फिर पुलिस व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अक्सर देखा जाता है कि गरीब और आम जनता को ज़रूरी दस्तावेज़ या कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए रिश्वत का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सवाल यह है कि आम जनता न्याय की उम्मीद किससे करे?
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जनता में गुस्सा और निराशा
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं पुलिस पर से जनता का भरोसा कम करती हैं। एक नागरिक ने कहा—“पुलिस जो जनता की रक्षा के लिए है, अगर वही रिश्वतखोरी में लिप्त हो जाएगी तो आम आदमी कहाँ जाएगा?”
ACB की सख़्ती और भविष्य की कार्रवाई
ACB नागपुर ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में कोई समझौता नहीं होगा। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी पुलिस या सरकारी कर्मचारी रिश्वत मांगे तो तुरंत इसकी सूचना ACB को दें।