भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने भरा नामांकन
बिहार की राजनीति में एक बार फिर मनोरंजन जगत की चमक दिखने लगी है। भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने सोमवार को रोहतास जिले की काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया।
उनके इस फैसले ने चुनावी समीकरणों को और पेचीदा बना दिया है। अब इस सीट पर जेडीयू, माले और जनसुराज के बीच सीधा मुकाबला नहीं, बल्कि चतुर्भुज टक्कर के आसार बन चुके हैं।
नामांकन के दिन समर्थकों का जबरदस्त उत्साह
नामांकन के अंतिम दिन बिक्रमगंज स्थित निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में चहल-पहल देखते ही बन रही थी।
ज्योति सिंह का काफिला बिक्रमगंज के तेंदुनी चौक, डुमरांव रोड स्थित काली मंदिर से पूजा-अर्चना के बाद निकला।
सैकड़ों समर्थकों के साथ वे जब कार्यालय पहुंचीं तो माहौल नारों और जयघोषों से गूंज उठा। फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया गया और क्षेत्र के लोगों ने उन्हें “जनता की बेटी” बताते हुए आशीर्वाद दिया।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और लोकसभा चुनाव से जुड़ाव
यह पहली बार नहीं है जब पवन सिंह या उनके परिवार का नाम काराकाट सीट से जुड़ा है।
गत लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने काराकाट संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरकर अपनी किस्मत आजमाई थी, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
अब उनकी पत्नी ज्योति सिंह का यह कदम उसी राजनीतिक सफर का अगला अध्याय माना जा रहा है।
ज्योति सिंह ने कहा कि,
“काराकाट से मेरा संबंध लोकसभा चुनाव के समय से बना हुआ है और यह रिश्ता अब पहले से भी गहरा है। जनता का अपार प्यार और समर्थन ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है।”
कौन-कौन हैं प्रमुख प्रतिद्वंद्वी?
काराकाट विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है।
यहां से एनडीए की ओर से जेडीयू के पूर्व सांसद महाबली सिंह मैदान में हैं,
वहीं महागठबंधन की ओर से माले के वर्तमान विधायक अरुण कुमार सिंह अपनी सीट बचाने की कोशिश में हैं।
इसके अलावा जन सुराज पार्टी के योगेंद्र सिंह भी चुनावी ताल ठोक रहे हैं।
अब ज्योति सिंह के आने से काराकाट सीट का समीकरण पूरी तरह बदल गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पवन सिंह की लोकप्रियता और भोजपुरी दर्शकों में उनकी पकड़ ज्योति सिंह के पक्ष में काम कर सकती है।
जनता के विकास और परिवर्तन का संदेश
नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए ज्योति सिंह ने कहा,
“यह चुनाव मेरे लिए सत्ता की नहीं, सेवा की लड़ाई है। जनता के सहयोग से मैं काराकाट को विकास की नई दिशा देना चाहती हूं। यहां के हर गांव, हर वर्ग और हर युवा की आवाज विधानसभा तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है।”
उन्होंने आगे कहा कि,
“मैं किसी दल के प्रतीक पर नहीं, जनता के प्रतीक पर चुनाव लड़ रही हूं। जनता की उम्मीदों को मैं अपनी ताकत मानती हूं।”
काराकाट सीट पर बढ़ी चर्चा और राजनीतिक हलचल
ज्योति सिंह के मैदान में उतरने के बाद काराकाट क्षेत्र की राजनीति में नई हलचल मच गई है।
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि भोजपुरी स्टार पवन सिंह की लोकप्रियता, उनकी पत्नी के चुनाव में काम आ सकती है।
सोशल मीडिया पर समर्थक “काराकाट की बेटी, जनता की शक्ति – ज्योति सिंह” जैसे हैशटैग चला रहे हैं।
स्थानीय मतदाताओं में भी इस बात को लेकर उत्साह है कि अब काराकाट से एक महिला उम्मीदवार विकास और जनसेवा की नई सोच लेकर सामने आई हैं।
मतदान की तारीख और आगामी चरण
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 11 नवंबर 2025 को काराकाट सीट पर मतदान होगा।
नामांकन के साथ ही यहां राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
प्रत्याशी प्रचार में जुट गए हैं और जनता अब यह देखने को उत्सुक है कि काराकाट से इस बार कौन विकास की नई राह बनाएगा।
निष्कर्ष
भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह का चुनावी मैदान में उतरना केवल एक राजनीतिक खबर नहीं, बल्कि मनोरंजन जगत और राजनीति के संगम की कहानी है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ज्योति सिंह जनता के दिलों में वही जगह बना पाएंगी जो उनके पति ने पर्दे पर बनाई है।