बिहार की राजनीति में हलचल तब बढ़ गई जब केंद्रीय एमएसएमई मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में आयोजित मिलन कार्यक्रम में अपनी Jeetan Ram Manjhi Political Strategy 2025 का खुलासा किया। मांझी ने साफ कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उनकी पार्टी का लक्ष्य कम से कम 20 सीटें जीतना है।
सदन में उपेक्षा की पीड़ा
मांझी ने कहा कि वर्तमान समय में उनकी पार्टी के पास सिर्फ चार विधायक हैं और इसी वजह से विधानसभा में उनकी आवाज़ को गंभीरता से नहीं लिया जाता। उन्होंने भावुक अंदाज में कहा— “अकेला चना भार नहीं फोड़ता, इसलिए मैं पूरे बिहार का दौरा कर रहा हूं। हमारा लक्ष्य है कि 20 विधायक जीतकर सदन में पहुंचे और गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं को लागू कर सकें।”
वेब स्टोरी:
भूमि सुधार योजना की याद
अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल का उल्लेख करते हुए मांझी ने कहा कि उन्होंने राज्य के 16–17 लाख एकड़ सरकारी भूमि में से 13 लाख एकड़ भूमिहीनों को देने का आदेश दिया था। हालांकि उनके इस्तीफे के बाद यह योजना अधूरी रह गई। मांझी का मानना है कि यदि इस योजना को पूर्ण रूप से लागू किया जाता, तो राज्य के लाखों गरीब परिवारों की स्थिति आज अलग होती। उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर भी तंज कसते हुए कहा कि कुछ जिलों में आंशिक रूप से योजना लागू की गई, लेकिन संपूर्ण रूप से यह आज भी अधूरी है।
आवास योजनाओं पर सवाल
मांझी ने प्रधानमंत्री आवास योजना और इंदिरा आवास योजना पर तीखी टिप्पणी की। उनका कहना था कि इन योजनाओं का नक्शा अव्यावहारिक है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा— “क्या एक छोटे से घर में मां-बाप, बेटा-बहू, बेटी-दामाद सभी साथ रह सकते हैं? यह सोच जानवरों जैसी है। गरीब परिवारों को कम से कम पांच डिसमिल जमीन, दो कमरे, शौचालय और बिजली की सुविधा मिलनी चाहिए।”
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि गरीबों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इन योजनाओं का पुनर्मूल्यांकन किया जाए।
राजनीतिक माहौल पर बयान | Jeetan Ram Manjhi Political Strategy
मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर भी मांझी ने अपनी राय रखी। उन्होंने आरजेडी नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ किए गए अपशब्दों की निंदा की। मांझी ने कहा— “भारतीय संस्कृति किसी को गाली देने की इजाजत नहीं देती। ऐसा करने वाला आदमी कहलाने लायक नहीं है।”
यह बयान राजनीतिक नैतिकता और सभ्यता पर उनकी स्पष्ट स्थिति को दर्शाता है।
एनडीए में सीट बंटवारा
जब उनसे एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि इस पर विमर्श दशहरा के बाद होगा। मांझी ने साफ किया कि एनडीए में किसी तरह का मतभेद नहीं है और सभी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। “जो सीट जिसको जिताऊ लगेगी, वहीं से प्रत्याशी उतारा जाएगा और मिलकर उसे जिताया जाएगा।”
2025 चुनाव की तैयारी
सहरसा से मांझी का यह बयान साफ संकेत देता है कि उनकी पार्टी हम (Hindustani Awam Morcha) आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में बड़े लक्ष्य और आक्रामक रणनीति के साथ मैदान में उतरने जा रही है। Jeetan Ram Manjhi Political Strategy 2025 न केवल सीट बढ़ाने का संकल्प है, बल्कि गरीबों और दलितों की आवाज़ को मजबूती से विधानसभा तक पहुंचाने की योजना भी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि मांझी अपनी रणनीति में सफल होते हैं, तो वे बिहार की राजनीति में “किंगमेकर” की भूमिका निभा सकते हैं।