Petrol Price Today: भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी से सीधे जुड़ी हुई हैं। चाहे दफ्तर जाना हो, बच्चों को स्कूल छोड़ना हो या फिर रोजमर्रा का सामान बाजार से लाना हो, ईंधन के दाम हर कदम पर असर डालते हैं। यही वजह है कि हर सुबह छह बजे देशभर के लोग पेट्रोल-डीजल के ताजा रेट्स जानने के लिए उत्सुक रहते हैं।
देश में हर दिन सुबह ठीक छह बजे ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल के नए रेट्स जारी करती हैं। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन जैसी कंपनियां अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर ईंधन की कीमतें अपडेट करती हैं। यह प्रक्रिया कई सालों से लगातार जारी है और इसे डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम कहा जाता है।
23 दिसंबर 2025 को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है। कई शहरों में पेट्रोल की कीमत 103.54 रुपये प्रति लीटर के आसपास बनी हुई है। कीमतों में स्थिरता से उपभोक्ताओं को फिलहाल राहत जरूर मिली है, लेकिन यह राहत कितने दिन टिकेगी, इसका जवाब अंतरराष्ट्रीय बाजार में छिपा है।
भारत में राज्यवार पेट्रोल की कीमत
| राज्य | पेट्रोल की कीमत (₹/लीटर) | मूल्य परिवर्तन |
|---|---|---|
| अंडमान और निकोबार | 82.46 | 0.00 |
| आंध्र प्रदेश | 109.64 | 0.00 |
| अरुणाचल प्रदेश | 90.67 | 0.00 |
| असम | 98.46 | 0.00 |
| बिहार | 105.58 | 0.00 |
| चंडीगढ़ | 94.30 | 0.00 |
| छत्तीसगढ़ | 99.65 | 0.00 |
| दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव | 92.37 | 0.00 |
| दिल्ली | 94.77 | 0.00 |
| गोवा | 96.56 | 0.00 |
| गुजरात | 94.95 | 0.00 |
| हरयाणा | 95.95 | 0.00 |
| हिमाचल प्रदेश | 95.32 | 0.00 |
| जम्मू एवं कश्मीर | 96.58 | 0.00 |
| झारखंड | 97.89 | 0.00 |
| कर्नाटक | 102.92 | 0.00 |
| केरल | 107.30 | 0.00 |
| लद्दाख | 103.44 | 0.00 |
| लक्षद्वीप | 100.75 | 0.00 |
| मध्य प्रदेश | 106.52 | 0.00 |
| महाराष्ट्र | 103.54 | 0.00 |
| मणिपुर | 99.19 | 0.00 |
| मेघालय | 96.32 | 0.00 |
| मिजोरम | 99.26 | 0.00 |
| नगालैंड | 97.78 | 0.00 |
| ओडिशा | 100.93 | 0.00 |
| पांडिचेरी | 96.26 | 0.00 |
| पंजाब | 98.15 | 0.00 |
| राजस्थान | 104.72 | 0.00 |
| सिक्किम | 103.30 | 0.00 |
| तमिलनाडु | 100.90 | 0.00 |
| तेलंगाना | 107.46 | 0.00 |
| त्रिपुरा | 97.60 | 0.00 |
| उत्तर प्रदेश | 94.57 | 0.00 |
| उत्तराखंड | 93.50 | 0.00 |
| पश्चिम बंगाल | 105.41 | 0.00 |
पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
पेट्रोल और डीजल की कीमतें केवल देश के भीतर तय नहीं होतीं, बल्कि इसका सीधा संबंध अंतरराष्ट्रीय बाजार से होता है। भारत अपनी जरूरत का बड़ा हिस्सा कच्चे तेल के रूप में विदेशों से आयात करता है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर सीधे ईंधन के दामों पर पड़ता है।
कच्चा तेल सबसे बड़ा कारक
ईंधन की कीमतों में बदलाव का सबसे बड़ा ट्रिगर कच्चे तेल की कीमतें होती हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल महंगा होता है, तो कुछ समय बाद इसका असर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर दिखने लगता है। वहीं अगर कच्चे तेल के दाम गिरते हैं, तो उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की भूमिका
HPCL, BPCL और IOCL जैसी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति, रिफाइनिंग लागत और टैक्स को ध्यान में रखकर ईंधन के दाम तय करती हैं। यही कंपनियां देशभर में पेट्रोल पंपों को ईंधन की सप्लाई भी करती हैं।
टैक्स का बड़ा असर
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में टैक्स की भूमिका भी अहम होती है। केंद्र सरकार द्वारा लगाए जाने वाले एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों के वैट के कारण अलग-अलग राज्यों में ईंधन के दाम अलग-अलग होते हैं। यही वजह है कि एक ही दिन में दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट्स में फर्क देखने को मिलता है।
आम आदमी की जेब पर सीधा असर
ईंधन के दाम बढ़ने का सबसे ज्यादा असर आम आदमी पर पड़ता है। पेट्रोल और डीजल महंगे होने से परिवहन लागत बढ़ती है, जिसका असर सब्जी, फल और रोजमर्रा की जरूरतों की कीमतों पर भी पड़ता है। यही कारण है कि ईंधन की कीमतों को महंगाई का बड़ा संकेतक माना जाता है।
स्थिरता से मिली अस्थायी राहत
फिलहाल पेट्रोल और डीजल की कीमतों में स्थिरता ने लोगों को थोड़ी राहत दी है। जिन लोगों का बजट पहले से ही महंगाई के दबाव में है, उनके लिए यह राहत मायने रखती है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिरता लंबे समय तक बनी रहेगी या नहीं, यह पूरी तरह से वैश्विक हालात पर निर्भर करता है।
आगे क्या हो सकता है
अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल महंगे हो सकते हैं। वहीं अगर क्रूड ऑयल के दाम नियंत्रण में रहते हैं, तो ईंधन की कीमतें स्थिर रहने की संभावना बनी रहेगी। ऐसे में उपभोक्ताओं को रोजाना सुबह छह बजे अपडेट होने वाले रेट्स पर नजर बनाए रखनी चाहिए।